दिवाली की रौनक को चार चांद लगा देने वाले आपको 10 पारंपरिक हस्तशिल्प के बारे में बताने जा रहे हैं कि जो आपके घर को रोकन लेकर आएँगे दिवाली की उत्सव को खुशियों से भर जायेंगे |
जब हवा में हल्की सी ठंडक घुलने लगती है, जब बाज़ारों में एक अलग ही चहल-पहल नज़र आने लगती है, और जब घरों से साफ-सफाई के बाद फिनाइल की महक आने लगती है, तो समझ जाइए, दिवाली दरवाज़े पर दस्तक दे रही है। मेरे लिए दिवाली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि एक एहसास है। यह यादों का, परंपराओं का और अपनेपन का उत्सव है। और इस उत्सव की आत्मा बसती है हमारे घर की सजावट में, खासकर उन पारंपरिक हस्तशिल्प में, जिन्हें हम सालों से अपने घरों का हिस्सा बनाते आए हैं।

ये सिर्फ़ सजावट की चीज़ें नहीं हैं, बल्कि ये हमारे कलाकारों की मेहनत, हमारी संस्कृति की कहानी और हमारे पूर्वजों का आशीर्वाद हैं। चलिए, आज मैं आपको उन 10 पारंपरिक भारतीय हस्तशिल्प की दुनिया में ले चलता हूँ, जो आपकी दिवाली को और भी रोशन और यादगार बना देंगे।
1. दीये: अँधेरे पर रोशनी की सबसे खूबसूरत गवाही
दिवाली की कल्पना दीयों के बिना अधूरी है। मुझे आज भी याद है, बचपन में माँ आँगन में बैठकर मिट्टी के दीयों को पानी में भिगोती थीं, ताकि वे कम तेल सोखें। कुम्हार के चाक से निकले वो छोटे-छोटे मिट्टी के दीये, जब घी या तेल की बाती से रोशन होते हैं, तो वे सिर्फ़ अँधेरा नहीं मिटाते, बल्कि मन के हर कोने में उम्मीद की एक किरण जगा देते हैं। आज बाज़ार में पीतल के नक्काशीदार दीये, रंग-बिरंगे एनामेल्ड दीये और यहाँ तक कि पानी से जलने वाले दीये भी मौजूद हैं, लेकिन मिट्टी के दीये की सादगी और उसकी सोंधी खुशबू की बात ही कुछ और है। यह अंधकार पर प्रकाश की विजय का सबसे जीवंत और पवित्र प्रतीक है।
2. रंगोली: दरवाज़े पर खींची एक कलात्मक प्रार्थना
रंगोली मेरे लिए हमेशा से एक कलात्मक प्रार्थना रही है। यह माँ लक्ष्मी के स्वागत का एक सुंदर तरीका है। चावल के आटे, सूखे रंगों या फिर ताज़े फूलों की पंखुड़ियों से बनी रंगोली घर के प्रवेश द्वार की शोभा बढ़ा देती है। यह सिर्फ एक डिज़ाइन नहीं है, बल्कि यह शुभता, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा को घर में आमंत्रित करने का एक माध्यम है। हर साल हम सब मिलकर एक नया डिज़ाइन सोचते हैं, और रंगों को उँगलियों से ज़मीन पर बिखेरते हुए जो खुशी मिलती है, वह अनमोल है। यह एक ऐसी कला है जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी हस्तांतरित होती है, और हर घर की अपनी एक अलग रंगोली की कहानी होती है।
3. लकड़ी के हाथी: राजसी स्वागत का प्रतीक
भारतीय संस्कृति में हाथी को हमेशा से शुभ, बुद्धिमान और शक्तिशाली माना गया है। लकड़ी पर नक्काशी करके बनाए गए ये छोटे-छोटे हाथी दिवाली की सजावट में एक राजसी स्पर्श जोड़ते हैं। इन्हें अक्सर जोड़े में रखा जाता है, जो घर के मुख्य द्वार के पास या किसी कोने की मेज पर बहुत सुंदर लगते हैं। ये सिर्फ़ सजावटी टुकड़े नहीं हैं, बल्कि ये शक्ति और सौभाग्य के रक्षक माने जाते हैं। इनकी मौजूदगी घर में एक सकारात्मक और स्थिर ऊर्जा का संचार करती है।

4. कथकली फ्रेम: कला और परंपरा का संगम
अगर आप कला प्रेमी हैं, तो यह आपके लिए है। केरल के प्रसिद्ध शास्त्रीय नृत्य “कथकली” के मुखौटों को दर्शाते हुए हस्तनिर्मित फ्रेम, घर की दीवारों को एक अनूठा और बौद्धिक रूप देते हैं। यह महज़ एक तस्वीर नहीं, बल्कि एक पूरी कहानी है – जिसमें भावनाएँ, नाटक और संस्कृति का गहरा रंग समाया हुआ है। दिवाली पर जब घर में मेहमान आते हैं, तो ऐसी कलाकृतियाँ न केवल ध्यान आकर्षित करती हैं, बल्कि हमारी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत पर बातचीत का एक सुंदर विषय भी बन जाती हैं।
5. सजावटी दीवार प्लेटें: दीवारों पर कही गई कहानियाँ
खाली दीवारें घर को अधूरा बनाती हैं, और दिवाली उन्हें सजाने का सबसे अच्छा मौका है। हाथ से पेंट की गई सजावटी प्लेटें आजकल बहुत चलन में हैं। इन प्लेटों पर मधुबनी, वारली, पिछवाई जैसी लोक कलाओं या देवी-देवताओं के चित्र बने होते हैं। ये प्लेटें आपकी दीवार को एक आर्ट गैलरी में बदल सकती हैं। हर प्लेट अपने आप में एक कहानी कहती है, एक ऐसी कहानी जो भारत के किसी कोने की कला और संस्कृति से जुड़ी होती है।
6. तोरण: सौभाग्य का प्रवेश द्वार
घर के मुख्य दरवाज़े पर लटका तोरण इस बात का संकेत है कि यह घर उत्सव के लिए तैयार है और अपने मेहमानों का दिल से स्वागत करता है। पारंपरिक रूप से आम के पत्तों और गेंदे के फूलों से बनने वाले तोरण अब कपड़े, मोतियों, शीशे और जूट जैसी सामग्रियों से भी बनाए जाते हैं। ये हस्तनिर्मित तोरण न केवल सुंदर दिखते हैं, बल्कि ये सौभाग्य और समृद्धि को घर के अंदर लाने का प्रतीक भी माने जाते हैं। दरवाज़े पर एक सुंदर तोरण लटकाना, उत्सव के शुभारंभ की घोषणा करने जैसा है।
7. पीतल की मूर्तियाँ: पूजा घर की दिव्य आभा

दिवाली की पूजा का एक विशेष महत्व है, और इस पूजा की दिव्यता को बढ़ाती हैं पीतल की मूर्तियाँ। दीयों की रोशनी में चमकती भगवान गणेश और माँ लक्ष्मी की पीतल की मूर्तियाँ पूजा घर में एक शांत और पवित्र वातावरण बनाती हैं। पीतल की धातु को शुभ माना जाता है और इन मूर्तियों की शिल्पकारी अद्भुत होती है। ये मूर्तियाँ न केवल पूजा के लिए, बल्कि घर की सजावट के एक सुंदर हिस्से के रूप में भी काम आती हैं।
8. कढ़ाई वाले कुशन कवर: आराम में छिपा एक पारंपरिक स्पर्श
दिवाली पर घर को नया रूप देने का सबसे आसान तरीका है अपने सोफे और कुर्सियों के कुशन कवर बदलना। पारंपरिक भारतीय कढ़ाई, जैसे कि फुलकारी, कांथा, या शीशे का काम किए हुए कुशन कवर, आपके लिविंग रूम में तुरंत एक उत्सवपूर्ण और रंगीन माहौल बना देते हैं। ये नरम और आरामदायक कुशन कवर न केवल देखने में सुंदर लगते हैं, बल्कि वे हमारे देश की समृद्ध वस्त्र परंपरा का भी प्रतिनिधित्व करते हैं।
9. लकड़ी के सजावटी बॉक्स: उपहारों को खास बनाने का तरीका
दिवाली उपहारों और मिठाइयों का त्योहार है। क्यों न इस बार ड्राई फ्रूट्स या मिठाइयाँ देने के लिए साधारण डिब्बों की जगह हाथ से बने लकड़ी के सजावटी बॉक्स का इस्तेमाल किया जाए? इन बॉक्स पर की गई बारीक नक्काशी या पेंटिंग इन्हें अपने आप में एक तोहफा बना देती है। यह आपके उपहार को एक व्यक्तिगत और शाही स्पर्श देता है, और पाने वाले को यह हमेशा याद रहता है। बाद में इन सुंदर बक्सों का उपयोग गहने या अन्य छोटी-छोटी चीजें रखने के लिए भी किया जा सकता है।
10. फूलों की माला और तोरण: प्रकृति की ताज़गी और सुगंध
अंत में, बात करते हैं उस चीज़ की जिसके बिना कोई भी भारतीय त्योहार पूरा नहीं होता – ताज़े फूल। गेंदे और रजनीगंधा की मालाओं की खुशबू पूरे घर को एक सकारात्मक ऊर्जा से भर देती है। घर के दरवाज़ों, खिड़कियों और पूजा घर को फूलों की मालाओं से सजाना दिवाली की सबसे पुरानी और सबसे खूबसूरत परंपराओं में से एक है। फूलों की ताज़गी और सुगंध मन को शांत करती है और उत्सव के माहौल में एक नई जान डाल देती है।
ये दस हस्तशिल्प केवल वस्तुएँ नहीं हैं, ये हमारी पहचान हैं। जब आप एक दीया खरीदते हैं, तो आप एक कुम्हार के परिवार की मदद करते हैं। जब आप एक कढ़ाई वाला कुशन कवर घर लाते हैं, तो आप एक कारीगर की कला को सम्मान देते हैं। इस दिवाली, आइए अपने घरों को इन खूबसूरत, पारंपरिक और आत्मा से भरी चीज़ों से सजाएँ और अपनी संस्कृति के इस अनमोल खजाने को ज़िंदा रखें।
आप सभी को मेरी ओर से दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ! आपका घर और जीवन हमेशा रोशन रहे।